आज हमे web 3.0 समजने के लिये इंटरनेट से शुरू करते हे, तो इंटरनेट एक नेटवर्क हे जो पुरी दुनिया के कॉम्प्युटर को जोड के रख सकता है, साल 1957 मे युद्ध के दौरान अमेरिका के इंजिनीयर और वैज्ञानिकों द्वारा यह सुझाव दिया गया की सब कॉम्प्युटर को एक साथ जोडा जाये, इससे माहिती ट्रान्स्फर करने मे सरल होगी ऐसे इंटरनेट की शुरवात हूई|साल 1980 मे इसे इंटरनेट के नाम से जानने लगे, और आज यह एक लोगोकी जरुरत बन गई है|
Web 3.0 जानने से पहले हम web 1.0 और web 2.0 कैसे काम करते हे यह जानते हे|
1. Web 1.0 क्या हे?
Web 1.0 यह वर्ल्ड वाइड वेब का पहला वर्जन हे, इंटरनेट की शुरवात थी लोगो की दिलचस्पी बढ रही थी लोग पहली बार कॉम्प्युटर पर पढ रहे थे, बस पहले वर्जन यही मुमकिन था क्योकी यह वेब साईट सिर्फ रीड ओन्ली थी, इस वेब साईट पर हम कमेंट नहीं कर सकते थे|
वेब साईट पर कोई इमेज नहीं बस टेक्स्ट ही रेहता था इन सब को बदलना जरुरी था, वेब साईट और बेहतरीन कैसे बने इसपर ध्यान देना जरुरी था और इसिलीये Web 2.0 की शुरवात हो गई|
2.Web 2.0 क्या हे?
जो कमिया web 1.0 मे थी उनको Web 2.0 मे सुधारा गया, अब लोग वेबसाईट पर इमेज, व्हिडिओ देख सकते थे, वेबसाईट पर अपना लॉगिन कर सकते थे|
Web 2.0 इस वर्जन का उपयोग सोशल मीडिया को ज्यादा हूवा, सोशल मीडिया द्वारा लोग एक दुसरे से जानने लगे, फेसबुक, व्हॉट्स ऍप, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ऍप मे Web 2.0 फिचर्स समज आते हे|
साल 1999 मे Web 2.0 की शुरवात हुई थी और लगभग आज हम पुरी तरह से web 2.0 के फिचर उपयोग मे लाते हे, इसका हमे फायदा तो हुवा हे पर हमेसे भी ज्यादा इन कंपनी फेसबुक meta, इंस्टाग्राम google को हुवा हे, Web 2.0 मे पुरा कंट्रोल इन कंपनी के हात मे हे, आप का डाटा पुरी तरह से उनके कंट्रोल मे हे, आप के कंटेंट वेबसाईट पर रखणा हे या नहीं सब इनके हात मे हे, हमे लगता है फ्री मे हमे सर्व्हिस दे रहे हे पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है|
''दुनिया में फ्री मे कुछ नहीं मिलता, अगर आपको फ्री मे दे रहे हे तो सच मानिये आप कस्टमर नहीं हे, आप उनका प्रॉडक्ट्स बेचने वाले हो '' - अँड्र्यू लेविस
Web 2.0 मे पुरा कंट्रोल इन कंपनी के पास मे हे यही प्रॉब्लेम Web 3.0 मे सुलझ सकती हे, यही से Web 3.0 ka जन्म हुवा जो इंटरनेट को पुरी तरह से बदल ने का दमखम रखता हे|
3. Web 3.0 क्या हे?
अब इंटरनेट का तिसरा सीजन आने वाला हे, Web 3.0 मे वेबसाइट और ऍप द्वारा लोगो को इंटरनेट का नया चेहरा देखने को मीलेगा, इसमे किसी एक का कंट्रोल नहीं होगा| Web 3.0 एक decentralized system हे, इसमे किसिकी परमिशन लेने की जरुरत नहीं आपके पोस्ट आपके लेख को कोई आप के बिना वेबसाईट से हटा नहीं सकता|
Web 2.0 मे कॉम्प्युटर पर hyper text transfer protocol के जरिये लोग डाटा सर्च करते हे, यह डाटा एक जगह पर स्टोअर रहता है, फेसबुक (मेटा), google इन कंपनी के पास हर एक डाटा उपलब्ध हे पर web 3.0 डाटा मल्टिपल कॉम्प्युटर पर स्टोअर रहता हे, इसीलीये इस टेक्नॉलॉजी को decentralized कहा जाता हे|
Web 3.0 मे लोग अपने डाटा के खुद मालिक होंगे और इन कंपनी को अपना डाटा use करने के लिये अपनी परमिशन लेनी पडेगी|
Decentralized ऍप अभी Cryptocurrency के खरिदी और विक्री के लिये उपयोग मे लाये जाते है, यह ऍप आप का डाटा जमा नहीं करता, यह कुछ प्रायव्हेट वॉलेट हे ex, trust wallet, metamask|
Web 3.0 मे गेमिंग इंडस्ट्री का रुख बदल जायेगा, web 2.0 मे हम ऑनलाईन गेम खेळते थे, पर अब Web 3.0 मे पुरा रिअल फिलिंग के साथ गेम मे हिस्सा ले सकोगे, इसको अब लोग एक इन्कम सोर्स की तरह देख रहे हे|
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